जीडी में गश्त पर निकले दरोगा जी वाट्सएप पर छः माह बाद क्या दिये संदेश,की मातहत हो गये हैरान
गोरखपुर | यह सुन कर आपको भी आश्चर्य होगा की आखिर दरोगा जी को गस्त पर निकले छः माह गुजर गए, फिर लौट तो चर्चाओं के नदी में गोता लगाने लगें। मामला सीएम सिटी का है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचारी पुलिसवालों पर शिकंजा कसने तथा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दे रखा है लेकिन गोरखपुर में ही भ्रष्टाचार में आरोपित एक दरोगा पिछले छह महीने तक फरार रहा पुलिस उससे पकड़ती उससे पहले वह कोर्ट से स्टे लेकर आ गया है। गोला थाने की जीडी में दारोगा फरार के दौरान से ही क्षेत्र में गश्त कर रहा है। माना जा रहा है कि स्टे के साथ ही अब आमद भी करेगा। फिलहाल गोरखपुर में एक नहीं कई दरोगा ऐसे हैं जो दागी हैं उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल है फिर भी उनकी तैनाती थानों पर की गई है।
गोला थाने पर तैनात 2018 बैच के दरोगा विवेक चतुर्वेदी के खिलाफ दिसम्बर 2020 में भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा में गोला थाने में केस दर्ज किया गया था है। उन पर मारपीट के एक मामले में मुकदमा दर्ज करने के नाम पर रुपये लेने का आरोप है। जिसकी शिकायत महिला ने पूर्व एसएसपी जोगेन्द्र कुमार से की थी। क्षेत्र की झरकटा गांव की महिला फूलवारी देवी ने 23 अक्टूबर 2020 को गांव के संजय से उनका विवाद हुआ था। जिसमें महिला अपनी बहू आशा व देवरानी शारदा को साथ लेकर थाने पहुंची और दरोगा से मुकदमा दर्ज करने को कही तो उन्होंने 25 हजार रुपये की मांग की। महिला ने उन्हें 10 हजार रुपये भी दिया और पांच हजार रुपये बाद में देने को कहा। उसी दौरान महिला ने रुपये के लेनदेन में बातचीत का ऑडियो भी बना लिया। साथ ही दरोगा ने दूसरे पक्ष की एक लड़की के तरफ से 27 अक्तूबर को इस महिला के परिवारवालों पर घर में घुसकर मारपीट व छेड़खानी से संबंधित धाराओं मे केस दर्ज कर लिया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इसकी जांच तत्कालीन सीओ श्यामदेव विंद को सौंपी थी। उनकी जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया गया है।
जिस दिन दरोगा के खिलाफ केस दर्ज हुआ वह गश्त पर निकले थे। मुकदमा दर्ज होने की जानकारी के बाद गश्त से ही वह फरार हो गए और आज तक पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पाई। दावा तो यह किया गया कि दरोगा की तलाश में उनके घर दबिश पड़ी और 82 की कार्रवाई भी की गई है पर जैसे ही जोगेन्द्र कुमार का तबादला हुआ पुलिसवालों ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। 82 की कार्रवाई के दो महीने बाद भी कुर्की की कार्रवाई नहीं हुई। उधर, दारोगा ने भी इस मौके का फायदा उठाया और पिछले दिनों कोर्ट से स्टे लेकर आ गया है। उसने स्टे की कापी गोला थाने की पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप में डालने के साथ अधिकारियों के पास भेज दी है। उसके इस कदम से साथी पुलिसवाले भी हैरान हैं। हालांकि दरोगा के केस की विवेचना कर रहे सीओ गोला अंजनी कुमार पाण्डेय ने बताया कि दरोगा विवेक चतुर्वेदी के खिलाफ कोर्ट से 82 की कार्रवाई हो चुकी है। दरोगा के स्टे की जानकारी अभी उन्हें नहीं है।
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