Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Dec 30, 2020 | 8:48 AM
1023
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
कुशीनगर | जब भी किसी भी ब्यक्ति को उसके ऊपर जनून चढ़ जाए, तो उसे किसी की हिम्मत नही की उसे डिगा सके। ऐसा ही एक आइना बारह वर्ष के एक बच्चे ने आम समाज को दिखाते हुए छह किलोमीटर ठेला खींचकर अपनी घ्याल नानी को अस्पताल पहुंचाया। जो एक चर्चा का बिषय बन गया है।
मंगलवार की शाम तुर्कहा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचे इस बच्चे की तस्वीर सोशल मीडिया में खूब वायरल हुई।
बच्चा अपनी घायल नानी को पिता के सहयोग से लगभग छह किमी की दूरी तय कर ठेला चलाते हुए तुर्कहा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचा। उस बच्चे कि हिम्मत देख सब दंग रह गये। खड्डा थाना क्षेत्र के ग्राम सिसवा मनिराज निवासी कलावती की दो बेटियां हैं। दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। दोनों के बच्चे भी हैं। कुछ दिन पहले कलावती देवी कुछ महिलाओं के साथ घर के सामने कौड़ा पर हाथ सेंक रही थी। इस दौरान उधर से गुजर रही एक कार ने तीनों महिलाओं को ठोकर मार दी। इसके बाद कार चालक फरार हो गया।
इस घटना में एक महिला की मौत भी हो गई थी। इसी दुर्घटना में कलावती की कमर में गम्भीर चोटें आईं। तभी से बुजुर्ग कलावती का इलाज चल रहा था। मंगलवार को अचानक कलावती की तबीयत बिगड़ गई। उनके दामाद जय गोविंद पाल उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए कोई साधन ढूंढने लगे। साधन नहीं मिला तो जयगोविंद का बारह वर्षीय बेटा मंजेश गांव के ही तौफीक के ठेले पर नानी कलावती को लेकर खड्डा के तुर्कहा स्थित अस्पताल की ओर लेकर चल पड़ा।
बीमार नानी को ठेले पर लेकर आए छोटे बच्चे को देखकर हर कोई दंग रह गया। डॉक्टर ने तत्काल उनका इलाज किया। डॉक्टरों के पूछने पर ठेला खींच रहे मंजेश ने बताया कि दर्द से कराहती नानी को देखकर वह बर्दाश्त नहीं कर पाया। जयगोविंद ने कहा कि वह अपनी ससुराल में आए हैं। उनके पास मोबाइल नहीं है। सास की तबीयत खराब हुई तो यह होश ही नहीं रहा कि फोन पर सरकारी एम्बुलेंस आ सकती है। इसी बीच बेटे ने नानी को ठेले पर ले जाने की बात कही और वे उन्हें लेकर इसी तरह यहां आ गए।
Topics: खड्डा