Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: May 16, 2021 | 9:23 PM
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रामकोला/कुशीनगर | क्षेत्र के चर्चित एवं रामकोला के पूर्व ब्लाक प्रमुख व उ0प्र0 गन्ना संघ के पूर्व उपाध्यक्ष तथा गन्ना विकास समिति रामकोला (के) के पूर्व चेयरमैन सुरेश्वर सिंह उर्फ पहुना बाबू के घर का एकलौता चिराग कोरोना के जंग में हमेशा के लिए बुझ गया। इस खबर की जानकारी आम होते ही उनके शुभचिंतकों को गहरा सदमा लगा।क्षेत्र के सभी लोग निशब्द हो गये तथा पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
रविवार को पहुना बाबू के फेसबुक पोस्ट के जरिए जैसे ही उनके शुभचिंतकों सहित क्षेत्र को यह खबर लगी कि उनके इकलौते पुत्र अजितेश्वर सिंह उम्र लगभग 30 वर्ष एसजीपीजीआई में कोरोना से जंग हार कर ईश्वर को प्यारे हो गए।परिवार को मिले इस असहनीय विपत्ति से पूरा क्षेत्र शोकाकुल हो गया।काफी हिम्मत जुटाने के बाद पहुना बाबू से उनके तमाम शुभचिंतकों ने सम्पर्क साधने का प्रयास किया लेकिन वे सभी निशब्द हो गये। मिल के चिकित्सा प्रभारी डा0 शिवाजी राव, पत्रकार रामबिहारी राव, डा0 इंदरजीत गोविंद राव,पीएनबी के पूर्व वरिष्ठ शाखा प्रबंधक आर0पी0 सिंह,राजेश गोविन्द राव,तारकेश्वर गोविन्द राव,सतवंत गोविन्द राव आदि सहित राजनीतिक दलों के साथ-साथ सभी वर्ग के लोगों ने शोक परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त किये है।
आपको बताते चलूँ कि 14 वर्ष की उम्र में ही अजितेश्वर सिंह की दोनो गुर्दे खराब हो गये। पिता सुरेश्वर सिंह उर्फ पहुना बाबु ने अपने पुत्र की सलामती के लिए अपनी एक किडनी देकर प्रत्यारोपण करायी जिससे पुत्र को जीवनदान मिला। लेकिन कोरोना बीमारी काल के रूप आयी और दो रियासत के इकलौता चिराग को अपने आगोश में ले ली।
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