Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Sep 8, 2024 | 3:56 PM
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अहिरौली बाजार/कुशीनगर।अहिरौली बाजार क्षेत्र में बिना किसी प्रशिक्षण के अवैध रूप से चल रहा मेडिकल स्टोर का व्यवसाय।खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के शिथिलता के कारण अहिरौली बाजार क्षेत्र के जगदीशपुर घोघरा महुअवा खुर्द पकड़ी मगडीह टीकर अहिरौली बाजार खोठ्ठा भैसही रामपुर झुरियां बरसैना आदि चौराहे पर अवैध मेडिकल स्टोरों की भरमार लगी पड़ी है।एक तरफ जहां मेडिकल स्टोर खोलना लोगों में एक शौक सा चल रहा है।ताज्जुब की बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी से बिना मानकों के संचालित हो रहे अस्पताल।स्वास्थ्य विभाग इन्हें कैसे मिल रहा परिमिशन?
बतादे कि मेडिकल स्टोर खोलने के लिए डिप्लोमा इन फार्मेसी या बैचलर ऑफ फार्मेसी का प्रशिक्षण प्राप्त करना अति आवश्यक होता है प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल ऑल इंडिया फार्मेसी काउंसिल द्वारा एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट को मेडिकल स्टोर खोलने की अनुमति देता है।लेकिन अगर देखा जाए तो क्षेत्र के हर चौराहे पर आपको 8 से 10 मेडिकल स्टोर देखने को मिल रहे हैं।जिसमें कोई भी प्रशिक्षण प्राप्त नहीं है बिना प्रशिक्षण के लिए अवैध मेडिकल स्टोर संचालक आमजन व भोली भाली जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। जिससे आम जनता गंभीर बीमारियों का सामना कर रही है। बिना किसी प्रशिक्षण के मेडिकल स्टोर संचालक खुद को डॉक्टर बताते हैं।और उन्हें डोज कांबिनेशन की जानकारी नहीं होते हुए भी लोगों को दवा देते हैं जिससे लोग गंभीर बीमारियों का शिकार बनते जा रहे हैं।
वही खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन कुशीनगर द्वारा इन अवैध मेडिकल स्टोर संचालक पर कार्रवाई के नाम पर शून्य की स्थिति दिखाई देती है क्योंकि अवैध मेडिकल स्टोर संचालकों में विभाग का कोई भी खौफ नहीं है यह बेपरवाह होकर अपना स्टोर खोलते हैं और लोगों से दवा के नाम पर मोटी रकम की वसूली करते हैं।और लोगों को ओवरडोज दवा देकर गंभीर बीमारी का शिकार बना देते हैं।विभाग के संबंधित अधिकारियों की आने की भनक इन्हें पहले ही लग जातीं हैं। जिससे मेडिकल स्टोर संचालक दूकान बंद कर अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही नौ दो ग्यारह हो जातें हैं। जिससे विभागीय कार्रवाई से बच जाते हैं।
Topics: अहिरौली बाजार