Reported By: Farendra Pandey
Published on: Dec 31, 2024 | 8:12 PM
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कप्तानगंज/कुशीनगर। जिले की चीनी मिलों के प्रबंध तंत्र की मनमानी तथा गन्ना विभाग की लापरवाही ने वर्तमान पेराई सत्र में गन्ना किसानों को बर्बादी के कगार पर खड़ा कर रखा है, गन्ना छिलाई,गन्ना खेती में बढ़ती लागत तथा इंडेंट जारी करने में पक्षपात एवं मनमानी के कारण गन्ना किसानों का गन्ना से मोहभंग शुरू हो गया है तथा सप्लाई टिकट के दिक्कतों के कारण निम्न मध्य एवं उच्च मध्यवर्गीय गन्ना किसान गन्ने की जगह धान, गेहूं, तिलहन की खेती के तरफ जाने की सोचने लगे हैं
जिस प्रकार गन्ना विभाग के अफ़सरों की उदासीनता का फायदा उठाकर चीनी मिलों के प्रबंध तंत्र ने बिहार के सीमावर्ती तथा अतिरिक्त आवंटित केन युनियनों के क्षेत्र में गेट एवं रिज़र्व जोन की उपेक्षा कर इंडेंट एवं सप्लाई टिकट जारी किया है वह आत्महत्या करने के समान है
उक्त चेतावनी पूर्व विधायक मदन गोविन्द राव ने कप्तानगंज में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व विधायक राव ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से अगस्त माह में मिलकर जनपद के छोटे मध्यम एवं बड़े किसानों को समय से अनुपातिक सप्लाई टिकट उपलब्ध कराने हेतु सौ कुंतल तक सप्लाई करने वाले सबसे लघु किसानों को जनपद के चालू मिलों में बाँटकर उन्हें गन्ना सप्लाई करने का अवसर दिए जाने का सुझाव रखा था।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गन्ना विभाग के कुछ अफ़सरों ने मुझसे मिलकर उक्त सुझाव पर चर्चा भी किया लेकिन गन्ना विभाग ने होमवर्क नहीं किया तथा मध्यम एवं बड़े गन्ना किसानों को हतोत्साहित एवं परेशान करने के लिए प्रारंभ में ही सौ कुंतल तक सप्लाई करने वालों को दो पक्ष के अंदर सभी पर्चियां जारी करने का बेवकूफी भरा निर्णय कर लिया है जिसका खामियाजा जनपद का सभी गन्ना किसान भुगत रहा है
पूर्व विधायक श्री सिंह ने यह भी कहा कि कप्तानगंज चीनी मिल चलाने के अलावा एक अन्य नई चीनी मिल को चलाने भर तक का गन्ना कुशीनगर का किसान पैदा कर सकता है, चीनी उद्योग के भविष्य की रक्षा करने हेतु अविलम्ब सप्लाई टिकट जारी करने की नीति में बदलाव तथा घटतौली पर पूर्ण रोक लगायी जानी चाहिए।
Topics: कप्तानगंज