Reported By: Farendra Pandey
Published on: Aug 31, 2024 | 6:50 PM
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कप्तानगंज/कुशीनगर।नगर में स्थित सच्चिदानंद हास्पिटल में ईलाज के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गयी। परिजनों ने हास्पिटल में रात के समय कोई जिम्मेदार डॉक्टर न होने और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया। मौके पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ रितेश सिंह ने टीम के पहुंच कर सभी कागजात की जांच कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित की गयी है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस परिजनों से तहरीर लेकर आगे की कार्यवाही में जुटी हैं।
शनिवार को नगर पंचायत कप्तानगंज में मिशनरी संगठन द्वारा संचालित सच्चिदानंद हास्पिटल में शनिवार की भोर में एक प्रसूता की मौत हो गई। परिजनों ने रात में अस्पताल पर डॉक्टर का न होने व स्टाफ द्वारा लापरवाही के कारण मौत होने का आरोप लगाया। प्रसुता के पति विजय प्रकाश ने बताया कि वह अपनी 38 वर्षीय पत्नी माया देवी को अपने गांव नेबुवा नौरंगिया थाना क्षेत्र के डिगनी से बीते 22 को भी लाकर उक्त हास्पिटल में डॉक्टर को दिखाया था। उसके बाद डॉक्टर ने समस्या होने पर बुलाया। शुक्रवार को देर शाम लगभग 5:30 बजे माया को प्रसव पीड़ा हुई। मैं मरीज को लेकर परिजन सच्चिदानंद अस्पताल पहुंचकर इमरजेंसी में मरीज को भर्ती करा दिया। देर रात ईलाज के बाद करीब 12 बजे डॉक्टर ने बताया नॉर्मल डिलीवरी संभव नहीं है मरीज का सीजर करना पड़ेगा। तकरीबन रात 12 के बाद ऑपरेशन से एक बच्ची पैदा हुई, जिसके बाद उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। करीब एक घण्टे बाद मरीज को दर्द पीड़ा शुरू हो गया उस समय मौके पर कोई भी जिम्मेदार डॉक्टर नहीं था। ड्यूटी पर तैनात स्टाफों के द्वारा बेहद लापरवाही की गई। मरीज को दर्द से चिल्लाने के कारण बाहर तक के लोग जग गए लेकिन अस्पताल स्टाफ को फर्क नहीं पड़ा। तकरीबन 3 बजे मरीज को इमरजेंसी में ले जाया गया और पति विजय प्रकाश को भी बुलाया गया। कुछ देर बाद ही जिला अस्पताल ले जाने की बात अस्पताल प्रबंधन करने लगा। थोड़ी ही देर बाद माया देवी के मौत होने की बात डॉक्टरों ने बताया। प्रसुता के परिजनों ने कहा कि अगर समय पर डॉक्टर के द्वारा ईलाज हुआ होता तो माया देवी की जान बच जाती। जब कि नवजात बच्ची स्वस्थ है जिसे अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
इस मामले में मौके पर पहुंचे कप्तानगंज सीएचसी प्रभारी डॉ. रितेश सिंह ने बताया कि सच्चिदानंद अस्पताल में प्रसूता 38 वर्षीय माया देवी के मौत की सूचना मिली जिसके उपरांत मैं स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मौके पर आया। प्राथमिक जांच में पता चला की प्रसूता के तीन बच्चे नार्मल पैदा हुए थे चौथे के समय में अस्पताल की डॉक्टर मौली पॉल द्वारा ऑपरेशन किया गया। रात करीब 3 बजे उसकी तबियत बिगड़ी और मौत हो गई। प्राथमिक दस्तावेजों के अवलोकन में कोई खामी नही दिखी। फिर भी गहनता से जांच के लिए दस्तावेजों को स्वास्थ्य विभाग की टीम साथ ले जा रहा हूं। पोस्टमार्टम के बाद जो भी रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जायेगी।
Topics: कप्तानगंज