Reported By: Farendra Pandey
Published on: Aug 25, 2023 | 6:22 PM
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कप्तानगंज/कुशीनगर। तहसील क्षेत्र के लक्ष्मीगंज से रामबाग सड़क से ग्रामसभा देवरिया बाबू , पगार छपरा होते हुए मिशौली में कप्तानगंज – नौरंगिया सड़क से यह सड़क जुड़ रही है जिसकी हालत बद से बत्तर हो चुकी है।
सड़क के बीचों बीच में गड्ढा, गढ्ढे में पानी और किचड़ में ग्रामीण और राहगीर चलने को हो रहे है मजबूर। इस सड़क की हालत सबसे ज्यादा खराब ग्रामसभा पगार छपरा में है जो पूर्व विधायक श्री नारायण उर्फ भुलई भाई का पैतृक गाँव है। यह वही भुलई भाई है जिनका हाल चाल जानने के लिए विगत लगभग दो वर्ष पूर्व देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फोन करके जाना था। भाजपा के इतने बड़े वरिष्ठ नेता जिनकी उम्र इस समय लगभग 109 वर्ष की होने जा रही है उनके गाँव की सड़क की स्थिति इतनी नाजूक हो गयी है। भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) की जिला इकाई, कुशीनगर के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह द्वारा इस सड़क को बनवाने के लिए लगातार माँग करने के बाद भी इस सड़क का नही बनना भारतीय जनता पार्टी की सरकार और जनप्रतिनिधियों के लिये शर्मशार है। विगत वर्षों में पूर्व विधायक भुलई भाई के घर सूबे के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही का भी आगमन इसी सड़क द्वारा हुआ था उस समय भी इस सड़क की हालत जैसे आज है वैसे तब भी थी। क्या कैबिनेट मंत्री का ध्यान सड़क पर नही गया होगा। मगर उनके द्वारा भी सड़क निर्माण के ऊपर ध्यान नही दिया गया जो दुर्भाग्यपूर्ण है। सूबे के मुख्यमंत्री का आदेश है कि, जो सड़के गढ्ढायुक्त है यदि गढ्ढामुक्त नही हुआ तो जिले के सम्बन्धित अधिकारी और जनप्रनिधि की जिम्मेदारी होगी मगर योगी जी के आदेश का सीधा – सीधा उलंघन हो रहा है जो एक चिन्ता और चिन्तन का विषय है।
भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह सूबे के मुख्यमंत्री से मांग कर रहे है कि, यदि जनहित में यह सड़क जल्द नही बनवाया गया तो होगा एक बृहद किसान आन्दोलन जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
Topics: कप्तानगंज