Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Dec 9, 2022 | 3:38 PM
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कुशीनगर। प्रदेश और जिले में सर्दी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. जब भी सर्दी पड़ती है तो लोगों के मन में पहली बात यही आती है कि शराब पीने से ठंड भागती है, ऐसे में पारा जितना गिरेगा, शराब की बिक्री उतनी ही बढ़ेगी. हमें तो ये भी लगता है कि सियाचिन जैसे ग्लोशियर वाले इलाकों में तैनात सेना के जवान तो शराब से ही अपनी ठंड भगाते होंगे. लेकिन ये सच नहीं है. शराब से ठंड नहीं भागती. और सियाचिन में तो शराब पीने पर जवान का कोर्ट मार्शल तक हो जाता है. इस बेहद सर्दीले मौसम में शराब से जुड़े मिथक को जानना जरूरी है.
शराब की चुस्की लेने के कुछ देर बाद यूं लगने लगता है कि शरीर में गर्मी पैदा हो गई है. यही वजह है कि लोग शराब को ठंड भगाने का उपाय भी समझते हैं और इस मौसम में RM और इस जैसी शराब की खपत बढ़ जाती है. लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि शराब से सर्दी भगाने का भ्रम सिर्फ एक छलावा है, जो बाकी मौसम की तुलना में खतरनाक साबित हो सकता है. शराब पीने के बाद आपका शरीर गर्म नहीं होता, बल्कि आपके दिमाग को ये लगता है कि शरीर में गर्मी आ गई है. इन सबकी वजह है एल्कोहल के कारण शरीर में बढ़ने वाला खून का दबाव और उसकी वजह से शरीर में होने वाली प्रतिक्रिया.
जब कोई शख्स शराब पीता है तो वह लिवर से होकर गुजरता है. लिवर में शराब का कुछ हिस्सा तो एंजाइम में टूट जाता है और वह मेटाबोलिज्म का हिस्सा बन जाता है. और इसी प्रक्रिया में जो गर्मी पैदा होती है वह शरीर के सामान्य तापमान 37 डिग्री सेल्सियस को बनाने में मदद करती है. लेकिन शराब (एल्कोहल) का बाकी हिस्सा खून में घूमने लगता है. न्यूरोलॉजिस्ट और टॉक्सिकोलॉजिस्ट Ted Simon के अनुसार जैसे ही शराब खून में पहुंचती है तो इसके दबाव से रक्त वाहिनियां चौड़ी हो जाती हैं. ये दबाव इतना अधिक होता है कि इंसान की त्वचा तक इसे महसूस करती है. कई बार इस दबाव के कारण ही पसीना भी आ जाता है. खून में शराब तब तक बहती रहती है, जब तक लिवर उसे एंजाइम्स में तोड़ नहीं देता. जब सारी शराब एंजाइम्स में टूट जाती है तो शरीर फिर से सामान्य तरह से काम करने लगता है. एक्सपर्ट ये साफ करते हैं कि शराब पीने से शरीर गर्म नहीं होता है. यानी ये सिर्फ एक मिथक है.
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