Reported By: Ram Bihari Rao
Published on: Jan 6, 2025 | 7:56 PM
90
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
रामकोला/कुशीनगर । सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंद सिंह की जयंती को सिख समुदाय के लोगों नेे सोमवार को रामकोला चीनी के कालोनी स्थित गुरुद्वारे में प्रकाश पर्व के रूप में बड़े ही उमंग और उत्साह के साथ मनाया।इस अवसर पर गुरुद्वारा में कीर्तन और गुरुवाणी का पाठ हुआ।
शबद कीर्तन के बाद सिख समुदाय के लोगों द्वारा प्रसाद स्वरूप लंगर का आयोजन किया गया जिसमें गुरु गोविन्द सिंह के अनुयायियों सहित तमाम लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। ज्ञानी संजय सिंह ने बताया कि गुरु जी ने खालसा वाणी – “वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतह” भी दी।इसके साथ ही उन्होंने जीवन जीने के लिए पांच सिद्धांत भी बताए जिन्हें ‘पांच ककार’ कहा जाता है। पांच ककार में ये पांच चीजें आती हैं जिन्हें खालसा सिख धारण करते हैं। ये हैं- ‘केश’, ‘कड़ा’, ‘कृपाण’, ‘कंघा’ और ‘कच्छा’. इन पांचो के बिना खालसा वेश पूर्ण नहीं माना जाता है।चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक यश राज सिंह ने कहा कि उनका जीवन परोपकार और त्याग का जीता जागता उदाहरण है। गुरु गोविन्द सिंह ने अपने अनुयायियों को मानवता के लिए शांति, प्रेम, करुणा, एकता और समानता की पढ़ाई।
इस दौरान कारखाना प्रबंधक मानवेन्द्र राय, प्रोडक्शन हेड संजय तिवारी, अवधेश सिंह, चीनी मिल के चिकित्सा प्रभारी डा0 शिवाजी राव, उर्मिला धारीवाल, सतीश चौहान, जगदीश चावला ,आनंद मिश्रा, कमलराज मधोक, जसपाल सिंह, मंजू चावला, राजेश शर्मा , विवेक पाण्डेय ,अंजना चड्ढा, शशी नंदा,गौरव नंदा, शिवम चड्ढा, प्रेम कुमार सिंह, राज मनोहर सहित सैकड़ों लोगों ने उपस्थित होकर प्रसाद ग्रहण किया।
Topics: रामकोला