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खड्डा/कुशीनगर। महर्षि पाराशर ज्योतिष संस्थान ट्रस्ट के ज्योतिषाचार्य पं. राकेश पाण्डेय बताते है कि आज आश्विन शुक्ल पूर्णिमा दिन शनिवार को खण्डग्रास चन्द्रग्रहण लग रहा है जो सम्पूर्ण भारत में खण्ड चन्द्र ग्रहण के रूप में यह ग्रहण दिखाई देगा। भारतीय मानक समय के अनुसार ग्रहण का स्पर्श मध्य रात्रि 01 बजकर 05 पर व मोक्ष 02 बजकर 23 मिनट पर होगा। यह खण्डग्रास अश्विनी नक्षत्र व मेष राशि पर लग रहा है।

यह चन्द्र ग्रहण सम्पूर्ण भारत में दृश्य होंगा। अतः सम्पूर्ण जनमानस को चाहिए कि भगवान शिव व शक्ति की आराधना निष्ठा पूर्वक करें। यह चन्द्रग्रहण मेष राशि व अश्विनी नक्षत्र पर लग रहा है। ज्योतिषाचार्य पं. राकेश पाण्डेय बताते है कि विशेष करके मेष राशि के लोगों को और अश्विनी नक्षत्र में जन्में लोगों को यह ग्रहण नही देखना चाहिए ।

विभिन्न राशियों पर इसका फल निम्न प्रकार है

  • मेष मानसिक कष्ट, कार्य क्षेत्र में बाधा।वृष-जीविका में अवरोध व मानसिक पीड़ा।
  • मिथुन-व्यवसाय में लाभ परन्तु अचानक मानसिक तनाव हो सकते है।
  • कर्क-सुख की वृद्धि
  • सिंह-प्रतिष्ठा की हानि व्यवसाय में बाधा।
  • कन्या-अकस्मात धन का नुकसान व शारीरिक कष्ट
  • तुला-शत्रु भय, व्यवसाय में अवरोध । वृश्चिक-व्यवसाय में वृद्धि परन्तु अचानक मानसिक कष्ट। धनु-अकस्मात धन लाभ, परन्तु मानसिक तनाव ।
  • मकर- अचानक मानसिक तनाव, परन्तु रुके हुये कार्य में सफलता।
  • कुम्भ-धन लाभ व यश की वृद्धि।
  • मीन- अपव्यय परन्तु कार्यों में सफलता मिलेगी ।

चन्द्रग्रहण में 9 घण्टे पूर्व ही सूतक प्रारम्भ हो जाएगा।

बाल वृद्ध व रोगी को छोड़कर ग्रहण से 9 घण्टे पूर्व आहार वर्जित है। गर्भवती महिलाओं को चाहिए की अपने शरीर के बराबर काला धागा नापकर दीवाल में कील के सहारे लटका देवें। ग्रहण काल में शयन न करें। भोजन न करें व प्रसन्नचित्त रहते हुए अपने आराध्य देव से गर्भ शिशु के लिए कल्याण की कामना करें। ग्रहण काल में किया हुआ जप तप सिद्धप्रद होता है।