Reported By: Chandra Prakash Tripathi
Published on: Jan 15, 2025 | 7:16 PM
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सुकरौली। क्षेत्र में पेड़ों की कटान रोकने में वन विभाग नाकाम है। सड़क किनारे लगे पेड़ों को लकड़कट्टे धड़ल्ले से काट कर उठा ले जा रहे हैं। पेड़ कटने से जहां बागवानों का दायरा सिमटता जा रहा है वहीं पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। पेड़ों की अवैध कटान रोकने में विभागीय अधिकारी पूरी तरह असफल है। वन्य जीव प्रेमियों ने पेड़ों की कटान रोकने की मांग की है।
ढाढा वन क्षेत्र बहुत ही समृद्ध माना गया है। ढाढा रेंज क्षेत्र में शीशम, सागौन,आम,जामुन के पेड़ बहुतायत मात्रा में पाए जाते हैं। यहां का शीशम, शाखू और सागौन की लकड़ी को काफी अच्छा माना जाता है। बेशकीमती होने के कारण इन लकड़ियों पर वन माफिया की नजर हमेशा बनी रहती है। ढांढा रेंज में रात होते ही लकड़कट्टे सक्रिय हो जाते हैं। बागीचों और मझना किनारे वन माफिया भी सक्रिय रहते हैं। जनपद के बॉर्डर करजहाँ घाट से तस्कर गोरखपुर और देवरियां में आसानी से पहुंचा देते हैं। आएदिन जनपद के बॉर्डर जोल्हिनिया से होकर हरे पेड़ों से लदे वाहनों को देखा जाता है। सुकरौली से सटे जनपद के बॉर्डर और मझना नाले किनारे इकट्ठा करने के बाद जब अधिक मात्रा में हो जाता है तो वन माफिया बड़े वाहनों के सहारे आरा मशीनों पर भेज देते हैं। कई बार शिकायत करने के बाद विभाग के लोग मामूली जुर्माना करके लकड़कट्टों को छोड़ देते हैं।
डीएफओ वरुण कुमार सिंह ने बताया कि इस तरह की जानकारी नही थी,जल्द ही विभागीय स्तर पर जांच कराकर आवश्यक कार्यवाई की जाएगी।
Topics: सुकरौली